लॉक डाउन और प्रदुषण (एक सन्देश)

इंसान  को  समझ  आई  प्रकृति  की  कीमत ,
जब  इंसान  रह  गया  है   घर  में  सिमट

हवा  साफ़  है , प्रदूषण  हुआ  है  कम.
जब  इंसानो  ने  लिया  है  घर  में  ही  दम

निर्मल , साफ़  प्रकृति  के साथ  मनुष्य  ने  खिलवाड़  किया  है .
अपने  घर  को  साफ़  रखा  और  वातावरण  को  बर्बाद  किया  है

इस  दुनिया  पर  पक्षियों , जानवारो  का  भी  हक़  है,
पता  नहीं  मनुष्य  को  इस  बात  पर  क्यों  शक  है
प्रकृति  और  आस  पास  के  वातावरण  को  साफ़  रखना  हमारा  फ़र्ज़  है ,
इसको  हमेशा  निर्मल  और  साफ़  रखने  में  क्या  हर्ज़  है

पेड़ , पौधे  और  जानवर  भी  दुआ  देंगे ,
जब  हम  लोग  गंदगी  और  प्रदुषण  कम  करेंगे .

आज  से  संकल्प  लेना  है  पेड़  लगाएंगे  ज्यादा  से  ज्यादा ,
प्रदूषण  और  गन्दगी  करेंगे  कम  से  कम , इसी  में  है  फायदा  ही  फायदा

शुद्ध  हवा , निर्मल  बहता पानी ,
अगर  हमने  आज  इसकी  कीमत  ना  जानी,
पछताना  पड़ेगा  बाद  में ,
अब  भी  संभल  जाओ , जब  तक  बात  है  हाथ  में ||

- कवी अंदरूनी 

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